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इंजीली तर्जुमा जारी रहना चाहिए. तरजुमे को औरों के साथ तकसीम करें और देखें क्या वो पैगाम के मायने समझ पाते हैं. अपने तरजुमे को उनके मशवरो से बेहतर बनाएं. समझ और दरस्त्गी बढ़ाने के लिए तरजुमे को दोबारा पढना एक अच्छी सोच है. जब किसी के पास तरजुमे को बेहतर करने का कोई अच्छा तरीका हो, तो तुम्हे उस तबदीली को शामिल कर तरजुमे को तरतीब करना चाहिए. जब तुम ट्रांसलेशनस्टूडियो या कोई और इलेक्ट्रॉनिक टेक्स्ट एडिटर का इस्तेमाल करते हैं, तो तुम्हे दोबारा पढने और तरजुमे को बेहतर बनाने के काम को जारी रखना चाहिए.

  • मबसर ज़रूरी होते हैं जो तरजुमे को पढ़े और जहाँ दोबारा तबदीली की ज़रूरत हो वहां बता सके.
  • लोगों ने तरजुमे को पढ़ने या तरजुमे के रिकॉर्डिंग को सुनने दो. इससे तुम्हे ये जानने में मदद मिलेगी के आपके बिरादरी में तरजुमे का वही असर होगा जो असल हाजरीन के सामने होगी (मसलन: आराम देना, हौसला अफजाई करना, या हिदायत देना).
  • तरजुमे में तसीह करना जारी रखने से तर्जुमा और ज्यादा दुरुस्त, ज्यादा साफ़, और ज्यादा कुदरती होगा. मंजिल हमेशा यही होना चाहिए के वही मायने बताओ जो सौर्स के अलफ़ाज़ में हो.

याद रखें, लोगों को रिव्यु करने के लिए हौसला अफजाई करते रहें और तुम्हे और बेहतर करने के आईडिया बताएं. और लोगों से भी उन आईडिया के बारे में बातें करें. जब मुतादिद लोग सहमत हो जाएँ के ये आईडिया अच्छे हैं, तब तरजुमे में वो तब्दीलियां कर दें, इस तरह से तर्जुमा बेहतर और बेहतर होता जाएगा.

(आप अगर विडियो देखना चाहते हैं तो http://ufw.io/guidelines_ongoing.)