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# 48 यीशु वादा किया हुआ मसीहा है -
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जब ख़ुदा ने दुनया बनाई , हर एक चीज़ कामिल थी -कोई गुनाह नहीं था -आदम और हव्वा एक दुसरे से प्यार करते थे और वह खुदा से भी महब्बत रखते थे - वहां कोई बीमारी या मौत नहीं थी - ऐसा ही निज़ाम खुदा चाहता था कि दुनया का हो -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-02.jpg)
अदन के बाग़ में शैतान सांप की शकल में हव्वा के पास आया और उस से बातें कीं - क्यूंकि वह उसको फुसलाकर धोका देना चाहता था - फिर वह और आदम दोनों ने खुदा के ख़िलाफ़ गुनाह किया - जिसके अंजाम बतोर हर कोई ज़मीन पर मरता गया -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-03.jpg)
इसलिए कि आदम और हव्वा ने गुनाह किया कुछ बदतर किसम की बात वाक़े हुई - वह खुदा के दुश्मन बन गए जिस का अंजाम यह हुआ कि उनके बाद का हर एक शख्स गुनाह करता गया - हर एक शख्स पैदाइशी खुदा का दुश्मन होने लगा - ख़ुदा और लोगों के दरमियान कोई सुलह नहीं थी - मगर खुदा सुलह रखना चाहता था -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-04.jpg)
खुदा ने वादा किया था कि हव्वा कि नसल में से एक शख्स शैतान के सर को कुचलेगा - उसने यह भी कहा कि शैतान उसकी एड़ी को डसेगा दुसरे मायनों में शैतान मसीहा को मारेगा मगर ख़ुदा उसको फिर से ज़िन्दा करके उठाएगा - उसके बाद मसीहा शैतान से हमेशा के लिए ताक़त और क़ुवत छीन लेगा -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-05.jpg)
खुदा के मनसूबे के मुताबिक़ ख़ुदा ने नुह से कहा कि एक कश्ती बनाए ताकि आने वाले उस बड़े सैलाब से खुद को और अपने ख़ानदान को बचाए जिसे खुदा भेजने वाला था - इस तरह ख़ुदा ने लोगों को बचाया जो उस पर ईमान रखते थे - इसी तरह हर एक शख्स इस बात का मुस्तहक़ होता है कि खुदा उस को हलाक करे क्यूंकि सब ने गुनाह किया है - मगर खुदा ने यीशु को भेजा कि जो कोई उस पर ईमान लाए वह बच जाए -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-06.jpg)
कई सौ साल तक काहिन लोग खुदा के लिए कुर्बानियां चढ़ाते रहे - यह इस बात को ज़ाहिर करता है कि लोगों ने गुनाह किया और वह खुदा की सज़ा के मुस्तहक़ थे -मगर वह कुर्बानियां उन के गुनाहों को दूर नहीं कर सकते थे - मगर यीशु सब से बड़ा काहिन है उसने वह किया जो दुसरे काहिन नहीं कर सकते थे - उसने ख़ुद को एक वाहिद कुर्बानी बतोर दे दिया ताकि हर एक के गुनाह उठा लेजाए - उसने क़बूल किया कि सब के गुनाहों के लिए ख़ुदा उसको सज़ा दे - यही वजह है कि यीशु एक कामिल सरदार काहिन था -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-07.jpg)
खुदा ने अब्र्हाम से कहा था कि ज़मीन पर तमाम कौमों को तेरे वसीले से बरकत दूंगा - यीशु इसी अब्र्हाम की नसल से था - ख़ुदा तमाम कौमों के लोगों को अब्र्हाम के वसीले से बरकत देता है - इस लिए कि खुदा उन्हीं को बचाता है जो यीशु पर ईमान लाते हैं - जब यह लोग यीशु पर ईमान लाते हें तो खुदा उन्हें अब्र्हाम की औलाद बतोर लिहाज़ करता है -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-08.jpg)
खुदा ने अब्र्हाम से कहा कि तू अपने एक्लोते बेटे इज़हाक़ को उसके लिए क़ुर्बान करे - मगर फिर ख़ुदा ने इज़हाक़ के बदले एक बररा क़ुरबानी के लिए दिया - हम सब के सब अपने गुनाहों के लिए मरने के मुस्तहक़ हैं ! मगर खुदा ने हमारी जगह पर एक क़ुरबानी बतोर यीशु को दे दिया - इसी लिए हम यीशु को खुदा का बर्रा कहते हैं -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-09.jpg)
जब खुदा ने मिस्र पर आखरी वबा भेजी तो उस ने हर एक इस्राईली खानदान से कहा कि एक बर्रे को मारना -उसने सख्ती से कहा था कि बर्रा बे ऐब हो - फिर उन्हें उसके खून को अपने घर के चौखट पर लगाना था - जब खुदा उस खून को देखता था तो वह उनको छोड़ता जाता था और उन के पहलोठे बेटे मारे नहीं जाते थे - जब यह वाक़े हुआ तो खुदा ने उसे फ़सह कहा -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-10.jpg)
यीशु एक फ़सह के बर्रे की मानिंद है - उसने कभी भी कोई गुनाह नहीं किया था - इसलिए उसमें कोई खता नहीं थी - वह फ़सह की ईद के ऐन वक़्त पर मरा था -जब कोई शख्स यीशु पर ईमान लाता है तो यीशु का खून उस शख्स के गुनाह की क़ीमत अदा करता है - वैसे ही जैसे खुदा उस शख्स से होकर गुज़र गया हो क्यूंकि वह उसको सज़ा नहीं देता -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-11.jpg)
खुदा ने बनी इस्राईल से एक अहद बांधा था क्यूंकि वह लोग उसकी चुनी हुई कौम थी - मगर ख़ुदा ने एक नया अहद बांधा है जो हर एक के लिए है अगर कोई शख्स किसी क़ोम या क़बीले से इस नए अहद को क़बूल करता है तो वह ख़ुदा के लोगों में शामिल हो जाता है - खुदा ऐसा करता है क्यूंकि वह यीशु पर ईमान लाता है -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-12.jpg)
मूसा एक नबी था जिसने खुदा के कलाम को बड़े ही ज़बरदस्त तरीक़े से मनादी की - मगर यीशु तमाम नबियों में सब से बड़ा है वह ख़ुदा है - इसलिए जो कुछ उस ने कहा और किया वह किरदार और खुदा के कलाम थे - इसलिए सहीफ़े यीशु को खुदा का कलाम कहते हैं -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-13.jpg)
खुदा ने दाऊद बादशाह से वादा किया था कि उसकी नस्ल में से एक बादशाह होगा और उसके लोगों पर हमेशा के लिए हुकूमत करेगा - यीशु खुदा का बेटा और मसीहा है वह दाऊद की नसल से है जो हमेशा के लिए हुकूमत कर सकता है -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-48-14.jpg)
दाऊद इस्राईल का एक बादशाह था , मगर यीशु पूरी काएनात का बादशाह है ! वह दोबारा आएगा और इन्साफ़ और अमन के साथ हमेशा हमेशा के लिए हुकूमत करेगा -
_पैदाइश 1-3 , 6 ,14, 22 ; ख़ुरूज 12, 20 ; 2 शमूएल 7 ; इब्रानियों 3 :1-6 ,4:14-5:10 ,7 :1-8 :13 ,9:11 -10:18 ; मुकाशिफ़ा 21 तक बाइबिल की एक कहानी _