ur-deva_obs/content/44.md

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# 44 . पतरस और युहन्ना एक भीक मांगने वाले को शिफ़ा देते हैं -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-44-01.jpg)
एक दिन पतरस और युहन्ना मंदिर में गए - मंदिर के फाटक पर उन्होंने एक लंगड़े को भीक मांगते देखा -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-44-02.jpg)
पतरस ने उस लंगड़े आदमी की तरफ़ देखा और कहा ,”मेरे पास तुम्हें देने के लिए कुछ भी पैसे नहीं है , मगर जो मेरे पास है वह मैं तुम्हें देता हूँ , यीशु के नाम से उठ और चल फिर –“
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-44-03.jpg)
फ़ौरन ही खुदा ने उस लंगड़े को शिफ़ा बख्शी और वह लंगड़ा चलने फिरने , उछलने कूदने और खुदा की तारीफ़ करने लगा जो लोग मंदिर के आसपास थे उनहोंने यह देखकर ताज्जुब किया -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-44-04.jpg)
बहुत जल्द लोगों की एक बड़ी भीड़ इस शख्स को देखने के लिए जमा हो गई जिसने शिफ़ा पाई थी - पतरस ने भीड़ से मुख़ातब होकर कहा , इस को देखकर ताजुब न करो - क्यूंकि इस को हम ने अपनी ताक़त से शिफ़ा नहीं दी , बल्कि यीशु मसीह ने अपनी क़ुवत से इस शख्स को शिफ़ा दी है , क्यूंकि हम यीशु पर ईमान रखते हैं “
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-44-05.jpg)
तुम वह लोग हो जिन्होंने रोमी सरकार को मजबूर किया कि यीशु को हालाक करे तुम ने उस शख्स को मारा जो हर एक को ज़िन्दगी बख्शता है , मगर खुदा ने उसको मुर्दों में से ज़िन्दा किया - तुम्नाहीं समझते थे कि तुम क्या कर रहे थे - मगर जब तुम ने उन्हें अंजाम दिया तो वह चीजें साबित हुईं जो नबियों ने कहा था -उन नबियों ने कहा था कि मसीहा दुःख उठाएगा और हालाक होगा - खुदा इस तरह से होने दिया - सो अब तुम खुदा की तरफ फिरो और तौबा करो ताकि वह तुम्हारे गुनाहों को धोए और साफ़ करे -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-44-06.jpg)
जब मंदिर के रहनुमाओं ने पतरस और युहन्ना की बाबत सुना तो वह बहुत ज़ियादा परेशान हुए - सो उन्हों ने उनको गिरफ़्तार किया और क़ैद में डाल दिया - मगर बहुत से लोगों ने पतरस की बातों का यकीन किया और मसीह पर ईमान ले आए - और ईमानदारों की तादाद 3000 से बढ़ कर 5000 हो गई -
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-44-07.jpg)
दुसरे दिन यहूदी रहनुमाओं ने पतरस और युहन्ना को सरदार काहिन की अदालत में बुला भेजा - उस अदालत में दीगर मज़हबी रहनुमा भी थे उन्हों ने उस लंगड़े शख्स को भी हाज़िर किया जो शिफ़ा पा चूका था - उन्हों ने पतरस और युहन्ना से पूछा कि इस लंगड़े शख्स को तुम ने किस ताक़त से शिफ़ा दी थी ?
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-44-08.jpg)
पतरस ने उन्हें जवाब दिया,”यह शख्स जो आपके सामने खड़ा है उस ने यीशु मसीह के नाम से शिफ़ा पाई है -तुम ने यीशु को सलीब पर चढ़ाया मगर खुदा ने उस को फिर से ज़िन्दगी दी ! तुम ने उसको रद्द किया बचाए जाने का कोई रास्ता नहीं सिवाए यीशु की क़ुवत के वसीले से –“
![OBS Image](https://cdn.door43.org/obs/jpg/360px/obs-en-44-09.jpg)
यहूदी रहनुमाओं ने ताज्जुब किया कि पतरस और युहान्ना में इतनी दिलेरी कहाँ से आगई - उन्होंने देखा कि यह लोग मामूली और अनपढ़ लोग थे - मगर फिर उन्होंने याद किया कि यह लोग यीशु के साथ रहे थे - सो उन्हों ने उनसे कहा “अगर तुम इस यीशु नाम शख्स की बाबत आगे को प्रचार करोगे तो हम तुमको सज़ा देंगे - इस तरह की कई बातें कहने के बाद उन्हों ने पतरस और युहन्ना को छोड़ दिया -
_आमाल 3 :1 4:22 तक बाइबिल की एक कहानी _