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दो शागिर्दों ने क्या सोचा कि हमारी जिस से बात चल रही थी वह कौन था ?

उन्होंने सोचा था कि वह कोई अजनबी होगा जो नहीं जानता था कि येरूशलेम में क्या कुछ हुआ था -