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दुल्हिन के प्रेमी ने अपनी कबूतरी का वर्णन किस प्रकार किया ?

दुल्हिन का प्रेमी उसका वर्णन निर्मल, अद्वितीय, अपनी माता की एकलौती और दुलारी के रूप में करता है।

रानियों और रखेलियों ने उसे देख कर क्या कहा?

उन्होंने उसे देख कर उसकी प्रशंसा की।