hi_tq/psa/84/02.md

8 lines
487 B
Markdown

# लेखक का प्राण किस अभिलाषा में मूर्छित हो जाता है?
लेखक का प्राण यहोवा के आंगनों की अभिलाषा में मूर्छित हो गया है।
# लेखक का तन-मन किसको पुकार रहा है?
लेखक का तन-मन परमेश्वर को पुकार रहा है।