hi_tq/isa/57/01.md

4 lines
527 B
Markdown

# जब धर्मी जन नष्ट होता है तो कोई किस बात की चिन्ता नहीं करता या सोचता नहीं?
वे इस बात कि चिन्ता नहीं करते या नहीं सोचते कि धर्मी जन इसलिए उठा लिया गया कि आनेवाली आपत्ति से बच जाए और वह शान्ति में पहुँच जाए।