वह कहता है यरूशलेम से शान्ति की बातें करो, और उससे कहो कि उसकी कठिन सेवा पूरी हो गई है, उसके अधर्म क्षमा किए गए है, यहोवा के हाथों से वह उसके सब पापों का दूना दण्ड पा चुकी है।