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# भोर का चमकने वाला तारा मन में क्या कहता था?
वह कहता था मैं अपने सिंहासन को परमेश्‍वर के तारागण से ऊंचा करूँगा और मैं परमप्रधान के तुल्य हो जाऊँगा।