वह मुंह देखा न्याय न करेगा और न कानों के सुने निर्णय करेगा। वह न्याय धार्मिकता से और निर्णय खराई से करेगा।
वह अपने फूंक के झोंके से दुष्ट को मिटा डालेगा।