उसने उसकी मिट्टी खोदी, पत्थर बीनकर उसने उत्तम जाति की एक दाखलता लगाई और उसमें एक गुम्मट और दाखलता के लिए कुण्ड भी बनाया।
उसमें केवल निक्कमी दाखें ही लगीं।