सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष ने कहा कि यह दशा साढ़े तीन काल तक ही रहेगी। जब पवित्र प्रजा की शक्ति टूटते-टूटते समाप्त हो जाएगी, तब ये सब बातें पूरी होंगी।