# हम किसके स्वरूप को धारण करते हैं और हम किसका स्वरूप धारण करेंगे?
जैसे हम मिट्टी से बने मनुष्य के स्वरूप को धारण करते हैं, वैसे ही हम स्वर्ग के मनुष्य के स्वरूप को भी धारण करेंगे।