पौलुस ने उनकी बड़ाई इसलिए की क्योंकि उन्होंने उसे सब बातों में स्मरण रखा और उन परम्पराओं को ठीक वैसे ही पकड़े रखा, जैसे उसने उन्हें उनको सौंपा था।