hi_tq/sng/07/08.md

363 B

वह क्या चाहता था कि उसकी छातियाँ और श्वास किसके समान हो?

वह चाहता था कि उसकी छातियाँ अंगूर के गुच्छों और श्वास की सुगन्ध खुबानी के समान हो।