hi_tq/psa/49/16.md

504 B

लेखक किस बात से निडर रहने को कहता है?

जब कोई धनी हो जाए और उसके घर का वैभव बढ़ जाए तब तू भय न खाना।

लेखक क्यों कहता है, "तू भय न खाना"?

वह भरकर कुछ भी साथ न ले जाएगा, न उसका वैभव उसके साथ कब्र में जाएगा।