# किसे कहना पड़ेगा, "जैसे भूमि पर हल चलाने से ढेले फूटते हैं, वैसे ही हमारी हड्डियाँ अधोलोक के मुंह पर छितराई हुई हैं?
दुष्टों को कहना पड़ेगा, "जैसे भूमि पर हल चलाने से ढेले फूटते हैं वैसे ही हमारी हड्डियां अधोलोक के मुंह पर छितराई हुई हैं।"