hi_tq/psa/01/03.md

8 lines
437 B
Markdown

# धन्य पुरुष किसके जैसा है?
वह उस वृक्ष के समान है जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है।
# धन्य पुरुष के हर काम का परिणाम कैसा होता है?
जो कुछ वह पुरुष करे वह सफल होता है।