वह यहोवा के सामने अंकुर के समान और ऐसी जड़ के समान उगा जो निर्जल भूमि में फूट निकले।
उसकी न तो कोई सुन्दरता थी कि हम उसको देखते और न उसका रूप ही हमें ऐसा दिखाई पड़ा कि हम उसको चाहते।