hi_tq/heb/12/15.md

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किसे फूट कर बड़ा नहीं होना है कि अनेक जन अशुद्ध हो जाएं?

कोई कड़वी जड़ फूट कर कष्ट न दे कि बहुत से लोग अशुद्ध हो जाएं।