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565 B

पौलुस ने कहा कि वे उनके समक्ष अपनी बढ़ाई नहीं करते थे, तो वे क्या करते थे?

वे कुरिन्थ के विश्वासियों को उनके विषय घमण्ड करने का अवसर देते थे कि वे उन्हें उत्तर दे सकें जो मन पर नहीं परन्तु दिखावटी बातों पर घमण्ड करते थे।