# पौलुस ने क्या कहा कि वह और तीमुथियुस कुरिन्थ की कलीसिया के साथ क्या करते थे और क्या नहीं करते थे?
पौलुस कहता है कि वह विश्वास के विषय में उन पर प्रभुता जताना नहीं चाहता था परन्तु उनके आनंद के लिए क्रियाशील था।