hi_tq/rom/03/20.md

372 B

व्यवस्था के कामों से किसका न्याय होगा?

व्यवस्था के कामों से कोई धर्मी नहीं ठहरेगा।

व्यवस्था से क्या होता है?

पाप का बोध व्यवस्था से होता है।