यहूदा सर्वप्रथम उनके एक समान उद्धार के विषय में लिखना चाहता था।
यहूदा ने वास्तव में पवित्र लोगों के विश्वास के लिए संघर्ष करने की आवश्यकता के विषय में लिखा था ।