hi_tq/job/34/15.md

326 B

यदि परमेश्वर अपना आत्मा और श्वास अपने ही में समेट ले तो क्या होगा?

सब प्राणी नष्ट हो जायेंगे और मनुष्य मिट्टी में मिल जाएगा।