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पौलुस विश्वासियों की देह की रचना का वर्णन कैसे करता हैं?

विश्वासियों की देह प्रत्येक के विकास के निमित्त प्रेम में गठी, हर एक जोड़ के द्वारा संयोजित होती है और देह के प्रत्येक अंग को विकास में इक्ट्ठा रखती है।