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# जब यहोवा अति-क्रोधित होता था तब क्या होता था?
पृथ्वी हिल जाती थी और डोल उठती थी और आकाश की नींवें कांपकर बहुत हिल जाती थीं, उसके नथनों से धुआं और उसके मुंह से आग निकल कर भस्म करने लगती थी।