वे मनुष्यों के ठहराए हुए हर एक प्रबन्ध के अधीन रहें क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है कि वे भले कामों द्वारा निर्बुद्धि लोगों की अज्ञानता की बातों को बन्द कर पाएं।