hi_tq/1co/08/07.md

339 B

जब कोई मूर्ति मान कर उसको चढ़ाई हुई वस्तुओं को कुछ समझ कर खाता है तो क्या होता है?

उनका विवेक निर्बल होने के कारण अशुद्ध हो जाता है।