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थिस्सलुनीके के विश्वासियों ने पौलुस के प्रचार को कैसा वचन माना था?

थिस्सलुनीके के विश्वासियों ने वचन को मनुष्यों का नहीं परमेश्वर का मानकर ग्रहण किया था।