hi_ta/checking/vol2-backtranslation-written/01.md

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लिखित पिछला अनुवाद के दो प्रकार हैं:

अंतर्निहित पिछला अनुवाद

अंतर्निहित पिछला अनुवाद वह होता है जिसे पिछला अनुवादक लक्षित भाषा अनुवाद के हर शब्द के नीचे लिखता है. इसका परिणाम एक ऐसा लेख होता है जिसमें लक्षित भाषा अनुवाद के हर वाक्य के बाद वृहद बातचीत की भाषा का वाक्य आएगा . इस प्रकार के पिछले अनुवाद का लाभ यह है कि जाँचकर्ता आसानी से देख सकता है कि अनुवादक दल किस प्रकार लक्षित भाषा के हर शब्द का अनुवाद कर रहा है. वह लक्षित भाषा के हर शब्द के स्तर को आसानी से देखकर, तुलना कर सकता है कि इसी शब्द का दूसरी पृश्ठभूमि में किस प्रकार उपयोग हो सकता है. इस प्रकार के पिछले अनुवाद का नुकसान यह है कि वृहद तौर पर बोली जाने वाली भाषा के लेख का हर वाक्य अलग अलग शब्दों के मिश्रण से बनता है. और इससे लेख को पढ़ना और समझना कठिन हो जाता है और पिछला अनुवाद के दूसरे तरीकों की बजाय, इस तरीके से जाँचकर्ता के मन में अधिक प्रश्न और गलतफहमियाँ उत्पé हो सकते हैं. इन्ही कारणों से, हम शब्द के लिए शब्द तरीके के बाइबल के अनुवाद की सिफारिश नही करते हैं.

स्वतंत्र पिछला अनुवाद

स्वतंत्र पिछला अनुवाद वह होता है जिसमें पिछला अनुवादक वृहद तौर बोली जाने वाली भाषा में अनुवाद के बाद एक अंतराल देकर लक्षित भाषा के अनुवाद को लिखता है. इस तरीके का नुकसान यह है कि पिछला अनुवाद लक्षित भाषा के अनुवाद से नजदीकी से जुड़ा नही होता है. ल्ेकिन फिर भी, पिछले अनुवाद के साथ आयतों की संख्याओं को जोड़कर, पिछला अनुवादक बाइबल के पिछले अनुवाद के द्वारा इस नुकसान पर जय पा सकता है. दोनों अनुवादों में आयतों की संख्याओं की मदद से, अनुवाद जाँचकर्ता जान सकता है कि वृहद भाषा का कौनसा भाग लक्षित भाषा के किस भाग से जुड़ा है. इस तरीके का लाभ यह है कि पिछला अनुवादक बातचीत की वृहद भाषा के व्याकरण और शब्दों के क्रम का उपयोग कर सकता है और इससे अनुवाद जाँचकर्ता उसे आसानी से पढ़ और समझ सकता है. वृहद भाषा के व्याकरण एवं शब्दों के क्रम के उपयोग करने के साथ साथ, पिछला अनुवादक यह भी ध्यान रखे कि वह शब्दों का अनुवाद लेख दर लेख के आधार पर ही करे. हम सुझाव देते हैं कि पिछला अनुवादक स्वतंत्र पिछला अनुवाद तरीके का इस्तेमाल करे.