उसने पिता से कहा कि यदि हो सके तो वह कष्टों के इस प्याले को हटा ले, लेकिन जो भी परमेश्वर की इच्छा है, वही पूरी हो, क्योंकि लोगों के पापों को क्षमा करने का कोई दूसरा मार्ग नहीं है।