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422 B

यदि कोई जाति भाई कंगाल हो जाए और अपने लिए प्रबन्ध न कर पाये तो उसके साथ कैसा व्यवहार किया जाए?

लोग उसकी सहायता करें, उससे ब्याज न लें या न ही उससे अनुचित लाभ उठाएं।