और मद्यपान नियमानुसार, "किसी को पीने के लिए विवश नहीं किया गया था....” क्योंकि राजा ने अपने घर के रखवालों के लिए ऐसा ही ठहराया था, उनको हर एक जन की इच्छा के अनुसार व्यवहार करना था।