जब एक पड़ोसी को उधारी देते है, तब बन्धक की वस्तु लेने के लिये उसके घर के भीतर न घुसना, लेकिन बाहर खड़ा रहना और जिसको तू उधार दे वही बन्धक करने वाले व्यक्ति की प्रतीक्षा करें।