मल्लाहों के दल ने सीधे समुंद्र तट की ओर जहाज़ ले जाने का निर्णय किया, पर जहाज़ का गलही तो धक्का खाकर गड गई और टल न सकी परन्तु पिछाड़ी लहरों के बल से टूटने सी लगी।