उसने इसे इसलिए लिखा ताकि वे प्रिय जन पूर्वकाल में भविष्यद्वक्ताओं द्वारा कही गई बातों को तथा उनके प्रभु और उद्धारकर्ता के आदेशों के विषय में स्मरण कर सकें।