उसने इस्राएल के लोगों को कहाँ की उन्हें यहोवा के समक्ष खड़ा रखा क्योंकि वह उन्हें यहोवा के उन सब धर्म के कामों का स्मरण करवाना चाहता था जो उसने अतीत में किए।