उसने उन्हें यहोवा के भवन के निर्माण कार्य के पर्यवेक्षण दलों में विभाजित किया तथा कुछ को सरदार और न्यायी, द्वारपाल और संगीत वाद्यों द्वारा यहोवा की स्तुति के लिए नियुक्त किया।