यहोवा ने कहा,"खराई से न्याय चुकाना, एक-दूसरे के साथ कृपा और दया से काम करना। विधवा, अनाथों, परदेशी और दीन जन पर अंधेर न करना और न ही एक दूसरे की हानि करना।