दूत ने कहा कि उड़ता हुआ पत्र वह शाप है जो इस सारे देश पर पड़नेवाला है।
पत्र प्रत्येक चोर को शाप था और प्रत्येक मनुष्य को जो झूठी शपथ खाता।