वे परमेश्वर के पवित्र स्थान के बीच गरजते रहे, उन्होंने अपनी ही ध्वजाओं को चिन्ह ठहराया, उन्होंने परमेश्वर के भवन की नवकाशी को कुल्हाड़ियों और हथौड़ों से तोड़ डाला।