उन्हें यशायाह की वचनों को सुनने को कहा गया क्योंकि वर्ष भर से कुछ ही अधिक समय में वह विकल हो जाएंगी; तोड़ने को दाखें न होंगी और न किसी भाँति के फल हाथ लगेंगे।