प्रभु ने कहा,"ये लोग मुंह से मेरा आदर करते हुए समीप आते परन्तु अपना मन मुझ से दूर रखते हैं और केवल मनुष्यों की आज्ञा सुन-सुनकर मेरा भय मानते हैं।"