यशायाह ने कहा कि वे नष्ट हो गया है क्योंकि वह अशुद्ध होंठोंवाला मनुष्य है और ऐसे ही लोगों के बीच में रहता है और उसने महाराजाधिराज, यहोवा को अपनी आँखों से देखा था।