# विश्वासयोग्य नगरी व्यभिचारिण होने से पहले कैसी थी?
वह विश्वासयोग्य नगरी न्याय और धार्मिकता से भरी हुई थी।
# विश्वासयोग्य नगरी अब किस से भर गई है?
जो नगरी विश्वासयोग्य थी वह अब हत्यारों से भर गई हैं।