राजा ने उस माँद के मुहं पर लगे पत्थर पर अपनी अंगूठी से मुहर लगा दी। तब राजा अपने महल में चला गया और उस रात को बिना भोजन पड़ा रहा और उसे नींद भी नहीं आई।