पौलुस कहता है कि क्योंकि कुरिन्थ के विश्वास करने वाले प्रभु में उसकी कारीगरी थे, इसलिए वे स्वयं ही प्रभु में पौलुस के प्रेरित होने का प्रमाण थे।