अशुद्ध मनुष्य फटे कपड़े पहने, सिर के बाल बिखरे रखे, और ऊपरी होंठ तथा मुंह ढांक कर और दूसरों की उपस्थिति में चिल्ला-चिल्लाकर "अशुद्ध, अशुद्ध" पुकारे। उसे छावनी से अलग दूर अकेला रहना है।