यह सब इसलिए हुआ कि धर्मशास्त्र की बात पूरी हो, "उसकी कोई हड्डी तोड़ी न जाएगी" और यह भी लिखा है, "जिसे उन्होंने बेधा है उस पर वे दृष्टि करेंगे"।